अलगाववादी अंद्राबी का आरोप : "मुफ्ती और सलमान, बॉलीवुड और कश्मीर में अश्लीलता को बढ़ावा दे रहे हैं।"

India Honest raises the question that how long we will remain mum and sit ideal under the shadow of fundamentalist's ever increasing threat dictate and fear ? Or if it has become by now an accepted fact that we Indians have lost our right to decide our future in our society, to the best of our wishes ?

Or if we have reached the status condition of Iraq and Syria, that is of lost hopes and zero chances of return? Time is fast running out of hand to decide and take a firm course to stop this practise of threat and violence.

Yes the so called secular fools will still pretend it to be one of Modi fobia, when it has become the common and peace loving proud Indian people's big nightmare.

जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी संगठन दुखतरान-ए-मिल्लत (DEM) की प्रमुख आसिया अंद्राबी ने बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान पर हमला करते हुए कहा कि वह कश्मीर घाटी में ज्यादा पर्यटन और सिनेमाघर खोले जाने की वकालत कर 'सांस्कृतिक अतिक्रमण' के दूत के तौर पर काम कर रहे हैं।
आसिया ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद को भी निशाने पर लेते हुए उन पर पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर अश्लीलता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'मुफ्ती और सलमान, बॉलीवुड और कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने के नाम पर अश्लीलता को बढ़ावा दे रहे हैं।' आसिया ने कहा, 'वह (सलमान) सांस्कृतिक अतिक्रमण के दूत के रूप में काम कर रहे हैं।' कश्मीर में सिनेमा घर दोबारा खोलने के लिए सलमान के समर्थन पर टिप्पणी करते हुए आसिया ने कहा कि उनकी पार्टी इस तरह के किसी भी कदम का विरोध करेगी।
                सलमान और मुफ्ती इस्लाम विरोधी काम कर रहे हैं: आसिया अंद्राबी
उन्होंने कहा, 'हम सुनिश्चित करेंगे कि सिनेमा घर बंद हो जाए क्योंकि फिल्में बुराई का जरिया हैं। हम इन सिनेमाघरों को दोबारा खोलने के खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखेंगे।' सिनेमाहॉल, शराबखोरी, नाच गाना यह सब इस्लाम के खिलाफ है। अगर किसी ने इन बातों को कश्मीर में बढ़ावा देने की कोशिश की तो हम उसका पूरा विरोध करेंगे। अंद्राबी ने कहा कि, हम किसी को भी कश्मीर में सिनेमाहॉल शुरू नहीं करने देंगे। हमने ही वादी में सिनेमाहॉल बंद कराए हैं, क्योंकि ये फिल्में समाज में बुराई का एक बड़ा कारण हैं।
कश्मीर में अपनी फिल्म 'बजरंगी भाईजान' की शूटिंग कर रहे सलमान ने रविवार को घाटी में सिनेमाघर दोबरा खोलने की वकालत की थी।1989-90 के दौरान दुख्तरान-ए-मिल्लत ने अल्लाह टाईगर्स नामक एक आतंकी संगठन के साथ मिलकर कश्मीर में सभी सिनेमाहॉल, बार व शराब की दुकानें बंद करा दी थी।