
राहुल ने कहा कि यहां काम करने वालों और पर्यटक में डर और घबराहट है। मैं लोगों का डर दूर करने के लिए पैदल आया हूं। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि केदारनाथ का मार्ग पूरी तरह सुरक्षित है। गौरतलब है कि जून 2014 में उत्तराखंड में आई बाढ़ के कारण केदारनाथ और उसके आस-पास काफी तबाही हुई थी। जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया था। साथ ही पर्य़टन क्षेत्र को भी काफी नुकसान हुआ था।