क्या आपको लगता है कि आप भारत यानीं एक कानून सम्प्रभुत्व देश में रह रहें हैं ..?

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Sanjeev Jayaswal : क्या ये देख कर भी आपको लगता है कि आप भारत जैसे सम्प्रभुत्व और कानून के देश में रह रहें हैं 
                               या फिर किसी इस्लामिक-जानवरों के देश में ...

Sunil M Gupta : कुछ इस तरह इस्लाम को बढ़ावा दिया जा रहा है ... जैसे मुल्ले ही इस देश के तारणहार हों! क्या इसी को धर्मनिरपेक्षता कहते हैं?मैंने न पढ़ा न सुना इस प्रकार का तुष्टिकरण कोई भी देश करता हो? तेलंगाना सरकार को लानत है इस कुकृत्य पर!

#Video | Two motorcyclists in Delhi have been caught on camera chasing and thrashing Delhi traffic police cops who stopped them for a routine check. Police registered a case of assault.
दिल्ली में गुंडों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वो पुलिस वालों पर हमला करने से भी नहीं हिचकते। गोकुलपुरी इलाके में ट्रैफिक नियम तोड़ने पर जब पुलिस वालों ने रोका तो गुंडों ने अपने साथियों को बुला लिया और पुलिस वालों की पिटाई कर दी।सड़क पर गुंडागर्दी की इस घटना को एक चश्मदीद ने अपने मोबाइल में कैद किया है। ट्रैफिक नियम तोड़ने पर जब ट्रैफिक पुलिस ने रोका तो ये लोग गुंडागर्दी पर उतर आए और पुलिस वालों की पिटाई कर दी। बाइक पर तीन लोग सवार थे और वो भी बिना हेलमेट के ड्यूटी पर तैनात हेड कांस्टेबल जय भगवान और कांस्टेबल मनोज ने जब इन्हें रोका तो ये लोग पुलिस वालों को धौंस दिखाने लगे। इस बीच आरोपियों ने अपने साथियों को बुला लिया और फिर पुलिसवालों पर हमला बोल दिया।

पहले तो इन लोगों ने हेड कांस्टेबल जय भगवान को पीटना शुरू किया, लेकिन अचानक भीड़ से आवाज आई कि अरे इसने कुछ नहीं किया है। फिर ये गुंडे कांस्टेबल मनोज की तरफ लपके जो कुछ दूरी पर खड़ा था। गुंडों ने कांस्टेबल मनोज को बुरी तरह पीटना शुरु कर दिया। कांस्टेबल मनोज को जमीन पर गिराकर लात घूंसे बरसाने लगे।कांस्टेबल मनोज जान बचाकर भागा। वो सड़क किनारे बने कमरे में जाकर छिप गया लेकिन इन गुंडों के सिर पर खून सवार था। ये लोग कांस्टेबल मनोज के पीछे भागे। तभी भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने इन गुंडों को आरजू मिन्नत कर रोका, तब जाकर कांस्टेबल मनोज की जान बच पाई।पुलिस ने वारदात में शामिल आरोपी सागिर अहमद और उसके बेटे शाहनवाज को गिरफ्तार कर लिया है। एक नाबालिग आरोपी को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है। लेकिन इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि दिल्ली में सड़क पर घूम रहे गुंडों को कानून का कोई खौफ नहीं है।

क्या संख्या, ताकत, और दुःसाहस का आपसे में कोई कनेक्शन है ?
अगर आप कल जो दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के दो सिपाहियों की शांतिदूतों द्वारा पिटाई हुई है उसका वीडियो देखेंगे तो शायद आपको जवाब हाँ में मिलेगा, क्यों भारत का मुसलमान आज इतना असहिष्णु हो गया है कि गलती होने के बावजूद मात्र १०० रूपए का चालान कटने के बाद अपने समुदाय की भीड़ इक्कठी करके पुलिस वालों की पिटाई करने का दुःसाहस कर देता है और वो भी अपने रमजान के पवित्र महीने में,


इसका जवाब समझने के लिए आपको बहुत दिमाग लगाने की जरुरत नहीं है बस इस दुनिया के पिछले कुछ सालों के इतिहास को समझने की जरुरत है मसलन इंगलैंड जिसने पूरी दुनिया पे सालों राज किया, वहां आज कई जगह पे गहन मुस्लिम आबादी के कारण पुलिस वालों के लिए '' नो गो जोन '' तय है,

अब अपनी दिल्ली में भी जो लोग जामिआ, ओखला, जामा मस्जिद के इलाकों के बारे में जानते हैं उनको पता है कि इन इलाकों में भी पुलिस वालों की घुसते हुए फटती है, कोई कार्रवाई करना तो दूर की बात है, इस बात की तस्दीक कोई भी पुलिस वाला कर सकता है, और इस तरह के नए इलाके अलग अलग प्रदेश और जगहों में तेजी से जनम लेते जा रहे हैं।

जनसँख्या विस्फोट किसी बम विस्फोट की तरह अचानक रिजल्ट नहीं देता, ये एक निरन्तर और धीमी प्रक्रिया है पर इसके रिजल्ट बहुत गहरे होते हैं, जिस देश में अलग अलग संस्कृतियाँ वास करती हैं और जब उस देश में इस तरह होता है तो बहुत संभव है कि आप उसके दूरगामी नतीजे न भांप सको और बहुत उम्मीद है कि इस देश के बहुत से लोगों की अँधा बने रहने की अनुवांशिक आदत उसको भांप के भी अनदेखा कर दे।

इसकी शुरुआत बहुत पहले हो चुकी है, बहुत से उदाहरण आपको निकट भविष्य में भी मिलेंगे।जब अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि पंद्रह मिनट के लिए पुलिस हटा लो तो पच्चीस करोड़ मुसलमान सौ करोड़ hindu को बता देगा कि कौन ताकतवर है तो मेरे जैसे कइयों को लगा था कि चलो जान बची इनको कम से कम पुलिस से तो डर लगता है, पर जैसे जैसे संख्या का फरक घट रहा है तो अगले भाषण में ओवैसी साहब पुलिस की जगह आर्मी का नाम लेंगे और शायद कुछ सालों बाद वो डर भी जाता रहेगा। अगर किसी को कल की ये घटना छोटी लग रही है तो मेरा कहना है की निस्संदेह अल्लाह बड़ा दयालु है पर उसकी रेहमत की बारिश सिर्फ मोमिनो पे ही होती है, शायद आपके भगवान को वैसी फॉर्म में आने में टाइम लगेगा, भगवान आपको सद्बुद्धि दे ।Lokesh Mahajan 

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Scared of the goons, the parents decided to marry their girl despite her being under age.The father informed the local Panchayat Pradhan about the marriage. He also informed the elder brother of the accused about it as they had promised to help him with his daughter’s marriage.

On May 5 at 1:00 am, the accused accompanied with his father and brother-in-law it is alleged barged into the victim’s house. After switching off the electricity supply in the area, it is alleged that they ransacked the house at gun point and looted all the money and ornaments that the victim’s father had collected for her marriage. Afterwards, it is alleged that they took the girl again with them. When the parents screamed for help, the goons allegedly hurled bombs and fled.

Losing all faith in police, the father decided to visit Kolkata and ask for help from Tapan Ghosh, founder and editor of Hindu Samhati, an organization that looks after the causes and issues of Hindu community. Tapan Ghosh promised him to help and retrieve his daughter as soon as possible. He helped the victim’s father draft a letter to PM Modi as well as to West Bengal CM Mamta Banerjee to ask them for help in finding his daughter.

                          


                             
                                     'Lady Don' arrested in Odisha Saila Ranasingh, 
                                      dubbed as 'lady don', who was on the run after 
                                        attacking police at Haldipadia slum...