
देहली में अभी अभी एक इफ्तार पार्टी रखी गई थी जिसकी मीडिया में भी बड़ी चर्चा हो रही है | यह पार्टी राष्ट्रीय मुस्लिम मंच द्वारा आयोजित की गई थी जिसके संरक्षक आरएसएस के प्रचारक श्री इन्द्रेश जी हैं |
इस मंच की स्थापना भारतीय मुसलमानों को आरएसएस की विचारधारा से जोड़ने के लिए, उन्हें राष्ट्र की मुख्य धारा में लाने के लिए व आरएसएस के प्रति उनकी आशंकाएं दूर करने के लिए की गई थी | आरएसएस ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में इस तरह की इकाइयां बनाई हैं। सिखों को जोड़ने के लिए सिख संगत काम करती है। विद्यार्थियों, मज़दूरों, किसानों व पूर्व सैनिकों को जोड़ने के लिए भी आरएसएस काम कर रहा है।
अभी जो इफ्तार पार्टी रखी गई थी, उसे सीधे आरएसएस ने आयोजित नहीं की थी, बल्कि इसी मंच की तरफ से रखी गई थी | इसलिए लोगों को भ्रमित नहीं होना चाहिए | इसी मंच ने एक बड़ी बैठक बुलाई है मुसलमानों की लखनऊ में ९ अगस्त को | जिसमें संभवतः प्रधानमंत्री श्री मोदीजी भी शिरकत कर सकते हैं |

RSS के इंद्रेश कुमार ने इफ्तार पार्टी के अवसर पर अरबी में कुरान की कुछ आयतों और पैगम्बर मोहम्मद के कुछ कथनों का हवाला देते हुए कहा, इस्लाम का अर्थ अमन और सलामती है और इस कार्यक्रम का संदेश विश्व शांति के लिए दुनिया को अपराध, हिंसा और दंगा मुक्त बनाना है. इस संगठन के मार्गदर्शक संघ नेता ने कहा, रसूल (पैगम्बर मोहम्मद) ने सेकुलरिज्म का संदेश दिया था.......
