
14 अगस्त 1947 की रात्रि को 12 बजे.लार्ड माउन्ट बेटन ने अपनी सत्ता पंडित नेहरु के हाथ में सौंपी थी, 
और हमने कह दिया कि स्वराज्य आ गया | कैसा स्वराज्य और काहे का स्वराज्य ? 

महात्मा गाँधी 14 अगस्त 1947 की रात को दिल्ली में नहीं आये थे. वो नोआखाली में थे और कोंग्रेस के बड़े नेता गाँधी जी को बुलाने के लिए गए थेकि बापू चलिए आप.गाँधी जी ने मना कर दिया था. क्यों ? गाँधी जी कहते थे कि मै मानता नहीं कि कोई स्वतंत्रता मिल रही है एवं गाँधी जी ने स्पष्ट कह दिया था कि ये स्वतंत्रता नहीं आ रही है सत्ता के हस्तांतरण का समझौता हो रहा है और गाँधी जी ने नोआखाली से प्रेस विज्ञप्ति जारी की थी | उस प्रेस स्टेटमेंट के पहले ही वाक्य में गाँधी जी ने ये कहाकि मैं भारत के उन करोड़ों लोगों को ये सन्देश देना चाहता हूँ कि ये जो तथाकथित स्वतंत्रता (So Called Freedom) आ रही है ये मै नहीं लाया | ये सत्ता के लालची लोग सत्ता के हस्तांतरण के चक्कर में फंस कर लाये है | मै मानता नहीं कि इस देश में कोई आजादी आई है | और 14 अगस्त 1947 की रात को गाँधी जी दिल्ली में नहीं थे नोआखाली में थे | माने भारत की राजनीति का सबसे बड़ा पुरोधा जिसने हिन्दुस्तान की आज़ादी की लड़ाई की नीव रखी हो वो आदमी 14 अगस्त 1947 की रात को दिल्ली में मौजूद नहीं था | क्यों ? इसका अर्थ है कि गाँधी जी इससे सहमत नहीं थे | (नोआखाली के दंगे तो एक बहाना था वास्तव में बात तो ये सत्ता का हस्तांतरण ही थी) और 14 अगस्त 1947 की रात्रि को जो कुछ हुआ है वो स्वतंत्रता नहीं आई ….Kuldeep Mehta             
 
     
अगस्त की रात को जो अगले दिन 15 अगस्त को हमे आजादी मिल गई ?
क्यूँ गांधी जी ने कहा इस काँग्रेस को खत्म कर दो वरना ये देश को अंग्रेज़ो से ज्यादा लूटेगी !
क्या है किताबों मे पढ़ाये जाने वाले आपके चाचा नेहरू की कहानी ?
गांधी के जीवन की सबसे बड़ी गलती क्या थी ?
क्या भारत independent nation है ?
आज भी Englaind की महारानी बिना वीजा के अपने मर्जी मे भारत मे कैसे आ जाती है ?
भारत का सविधान कहता है 21 तोपों की सलामी के राष्ट्रपति को दी जाती है !
लेकिन englaind की महारानी जब भारत आती है उसे भी दी जाती है ऐसा क्यूँ ?
नेहरू इस देश का प्रधानमंत्री कैसे बन गया कोई और क्यूँ नहीं बना ?
ऐसे बहुत से सवाल जिसका जवाब श्याद आपके पास नहीं होगा !......Shivling Kawalkar