पता नहीं कौन चंदन कुमार है और कौन भुजंग प्रसाद- मोदी

पता नहीं कौन चंदन कुमार है और कौन भुजंग प्रसाद- मोदी
बिहार गया...
नीतीश कुमार-लालू प्रसाद गठबंधन पर करारा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को बिहार के लोगों से कहा कि वे आने वाले विधानसभा चुनाव में एक आधुनिक एवं मजबूत राज्य के निर्माण के लिए भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन की सरकार बनाएं और प्रदेश में ‘जंगलराज पार्ट 2’ को आने की अनुमति नहीं दें।
गया में एक बड़ी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आपने 25 साल तक राज्य पर शासन करने वालों के अहंकार, उत्पीड़न और धोखाधड़ी को झेला है। क्या आप 5 साल और इन्हीं लोगों को शासन करने का मौका देंगे? उन्होंने कहा कि यह चुनाव उन लोगों के अहंकार, धोखाधड़ी और उत्पीड़न से मुक्ति का पर्व है जिन्होंने 25 साल तक शासन किया है। यह जंगाल राज से मुक्ति का पर्व है। यह बिहार में परिवर्तन लाने का पर्व है। यह बिहार के विकास और लोकतंत्र में विश्वास का पर्व है। आपने जंगल राज देखा है और अगर आपने जंगलराज पार्ट 2 की अनुमति दी तो राज्य और बर्बादी की ओर बढ़ चलेगा। चारा घोटाले में दोषी ठहराए जाने पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग जंगलराज के दौरान जेल गए, वे बुरी बातें सीखकर लौटे हैं। लालू प्रसाद द्वारा जदयू से गठबंधन के दौरान ‘जहर पीने’ के बयान और नीतीश कुमार के ‘चंदन विष व्यापत’ टिप्पणी का अप्रत्यक्ष उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि ये भुजंग प्रसाद कौन है, चंदन कुमार कौन है, उन्हें पता नहीं चला। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने जहर पीने की बात कही, वे चुनाव के बाद जहर उगलेंगे और यह जहर जनता को पीना पड़ेगा। क्या जनता उनको मौका देगी जिन्होंने जहर पीया या जहर पिलाया? प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजद की व्याख्या करते हुए इसे ‘रोजाना जंगलराज का डर’ बताया जबकि जदयू की व्याख्या करते हुए ‘जनता का दमन और उत्पीड़न’ करार दिया। पटना में भाजपा के एक कार्यकर्ता की हत्या का जिक्र कर जदयू-राजद गठबंधन पर निशाना साधकर मोदी ने कहा कि यह जंगलराज पार्ट 2’ की शुरुआत है। क्या आप चाहते हैं कि यह फिर से वापस लौटे? नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए मोदी ने लोगों से पूछा कि क्या आपको बिजली मिलती है? ऐसा कहा गया था कि अगर बिजली नहीं मिली, तब वोट मांगने नहीं आएंगे। बिजली नहीं मिली, लेकिन फिर से वोट मांगने आए हैं। फिर से धोखा कर रहे हैं। लालू प्रसाद पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि लालटेन वालों ने आपको अंधेरे में रखा और लोग अंधेरे में रहे। बच्चों को परीक्षा के समय भी पढ़ने के लिए बिजली नहीं मिली। प्रधानमंत्री ने कहा कि समय आ गया है कि जंगलराज को खत्म किया जाए और जदयू-राजद गठबंधन के राज को समाप्त किया जाए, जो अहंकार से भरा है। इन लोगों ने 25 साल शासन किया और लोगों के जीवन को बर्बाद किया। उन्होंने कहा कि अगर इन्हें एक बार फिर से मौका मिला तो नौजवानों को घर छोड़कर रोजगार के लिए बाहर जाना पड़ेगा, बूढे मां-बाप को छोड़ना पड़ेगा। क्या हमें ऐसी सरकार की जरूरत है? क्या आप एक बार और जदयू और राजद के हाथों में सत्ता सौंप सकते हैं? रैली में उपस्थित लोगों ने ‘ना’ कहकर इसका जवाब दिया। बिहार के ‘बीमारू’ राज्यों का हिस्सा होने का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश और राजस्थान में भाजपा की सरकारों ने विकास को आगे बढ़ाया और अपने प्रदेशों को बीमारू राज्य की स्थिति से बाहर निकाला। उल्लेखनीय है कि बीमारू राज्यों में बिहार, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश और राजस्थान का जिक्र आता है।

                        

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें 5 वर्ष दीजिए, हम सुनिश्चित करेंगे कि बिहार बीमारू श्रेणी से बाहर निकले। पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी, सीपी ठाकुर, लोजपा नेता रामविलास पासवान और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उपेन्द्र कुशवाहा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ये अनुभवी नेता बिहार को प्रगति के मार्ग पर आगे ले जाएंगे।
मोदी ने कहा कि बिहार के जीवन को बदलने के लिए और एक अच्छी सरकार चुनने के लिए मैं आपसे आग्रह करने आया हूं। लोकसभा चुनाव के समय जो प्यार आपने दिया, उसे पूरे ब्याज समेत लौटाना चाहता हूं, लेकिन इसके लिए राज्य में विकास के लिए प्रतिबद्ध सरकार चाहिए।
उन्होंने कहा कि गंगाजी बहती हैं लेकिन अगर कोई उल्टा लोटा लेकर जाएगा, तब एक बूंद भी जल नहीं आएगा। यहां के शासक भी उल्टा लोटा लिए हुए हैं। इसके कारण केंद्र से विकास के लिए आया धन लोगों तक, गांव तक नहीं पहुंच रहा है।
मोदी ने कहा कि यहां की रैली में अपार भीड़ को देखकर मुझे स्पष्ट हो गया है कि बिहार के लोगों ने दो निर्णय कर लिए हैं। पहला यह कि बिहार की जनता ने विकास के लिए, बदलाव के लिए, एक आधुनिक, ताकतl...........मुनीश धीमान