
भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी विश्व की सबसे बड़ी मस्जिद में वहां के सर्वोच्च नेतृत्व द्वारा ससम्मान ले जाये गए ।
मोदी जी एक स्वाभिमानी भारतीय की तरह अपनी सामान्य वेशभूषा में मस्जिद में गए ।
मुस्लिम प्रतीक चिन्ह पहनकर नाटक नहीं किया।
प्रधानमंत्री मोदी जी की यह अदा वहाँ उपस्थित विशाल मुस्लिम समुदाय को बहुत भायी और
जमकर मोदी - मोदी के नारे लगाये ।
यही है, पंथनिरपेक्षता/ हिंदुत्व ।
अपनी आस्था के अनुसार पूजा पद्धिति अपनाते हुए दूसरी पूजा पद्धितियों का सम्मान !
सनातन धर्म का पालन करने वालों का मस्जिद में सम्मान हो, और
इस्लाम का पालन करने वाला मन्दिर में अपनत्व अनुभव करे ।
यही तो हिंदुत्व है ।
अपनी पहचान बदलकर यहाँ वहां भटकने वाले तो बहरूपिये ही माने जाते हैं ।

