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Modiji kaam karte rahe, Aur Kejriwal filme dekh dekh tweet karte rahe.



Sofiya Rangwala : Is Kejriwal a movie critic or a CM?!! He is definitely in the wrong occupation.Kitna kaam ho raha hai Dilli mein, dekh lo bhai 
grin emoticon
Modiji kaam karte rahe,Aur Kejriwal fi-ll-am dekhte rahe.
Manish Pant Sofiyaji, Oho aap bhi... "Woh desh ki interest mein kaam karte rahey, aur hum first day, first show dekhkar Tweet karte rahey..!!"

  Vinod Jhaveri Modi is doing useless stuff like NSCN peace accord & supervising flood rescue in 6 states. Kejriwal is developing Delhi by watching movies.

  • Gangal Amit Kya aam aadmi film bhi naa dekhe,Biwi bacchon ko film bhi naa le jaaye,Aam aadmi yahi raajneeti toh badalne aaye hain, 
  • Subha Das kya aam aam aadmi ko free ka maka,n free ka internet, free ka phone,free ka electricity, free ka AC car, AC duplex flat free ka security etc. milta hay?

फेसबुक समाचार :    In an Advertisement as seen in Delhi hoarding board.

केजरीवाल और सिसोदिया ने दिल्ली के सबसे महंगे 

हॉल में देखी 'दृश्यम'!   एक आम गरीब मुख्यमंत्री 


फिल्म देखते हुए.....

                       

                                    

मैं खूबसूरत नहीं, इसीलिए सोमनाथ ने मुझे सताया: लिपिका मित्रा l लिपिका ने सोमनाथ को निशाने पर लेते हुए कहा, 'मैं देखने में औसत महिला हूं। शायद यही वजह है कि उन्होंने मेरे साथ बुरा बर्ताव किया। उन्हें मेरी सुरक्षा की कोई फिक्र नहीं है, उन्हें तो सिर्फ खूबसूरत महिलाओं की सुरक्षा की चिंता सता रही है।'


सोमनाथ ने सोमवार को कहा की अगर एनसीआर में पुलिस दिल्ली सरकार के हाथ में आ जाए तो 'जूलरी पहनी हुई खूबसूरत महिलाएं' आधी रात को भी सुरक्षित बाहर घूम सकती हैं। लिपिका ने कहा, 'मैं अपनी शादीशुदा जिंदगी में बहुत जतन और प्यार देती हूं, लेकिन यह साफ हो गया है कि उन्हें सिर्फ खूबसूरत महिलाओं की फिक्र है। ऐसे में, मुझ जैसी औसत लुक्स वाली महिला का ख्याल कौन रखेगा। हमारे पास कहीं जाने के लिए नहीं है।'

दूसरी तरफ, सीपीआई नेता बृंदा करात ने कहा है कि महिलाओं को लेकर मानसिकता के मामले में सोमनाथ भारती लगातार गलती करते रहे हैं। ऐसे सेक्सिस्ट बयानों का कोई स्तर नहीं है। हालांकि, भारती ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि यह सिर्फ एक मुहावरे के तौर पर दिया गया बयान था। उन्होंने कहा, 'अंग्रेजों के जमाने में महिलाएं जूलरी पहनकर भी रात पर सड़कों पर बेफिक्र टहल सकती थीं। मेरा कहने का मतलब वैसी सुरक्षा से था। मेरे बयान का कोई और मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए।'................Sanjay Dwivedy