आप अगर आज फिर नितिश और लालु को वोट देने जा रहे हो तो ऐ बिहारीयों..
आप फिर अंधेरा चुनने जा रहे हो....जिन लोगों को बिहार के पिछडे होने के वजह से अपने मां बाप..बच्चे...खेत खलिहान...दोस्त छोड कर दुसरे शहरों में जाना पडा है.
उनकी मजबुरीयों,तकलीफों,और बेबसीयों पर हँसने जा रहे हो... जो कहते हैं बिहारी मुर्ख होते हैं..बिहारीयों को बेबकुफ बनाना आसान हैं..बिहारी कोई सही फैसला नही ले सकते...आप उन्हें सही साबित करने जा रहे हो...
आप उन सभी को जिताने जा रहे हो जिन्होंने कभी आपको आगे बढने नही दिया..हमे जात पात में उलझाये रखा...
तो स्याही अभी उंगलीयों को लगी नहीं है..अभी EVM के सामने खडे हुये नही हो..एक दफा फिर सोचो...यह नाखुन पर लगी स्याही तो हफ्ते भर में मिट जायेगी..लेकिन जो पाँच साल और नही मिटेगा बिहार के चेहरे से वो कालिख जो आप पोतने जा रहे हो...आप जंगलराज चुनने जा रहे हो.....तो समझ लो कि आप अहंकार को जिताने जा रहे हो...
आप तब जानबूझ कर हारने जा रहे हो...और साथ ही बिहार को हराने जा रहे हो !........मनोज कुमार सिंह
आप तब जानबूझ कर हारने जा रहे हो...और साथ ही बिहार को हराने जा रहे हो !........मनोज कुमार सिंह

यह चित्र राघोपुर का है। वही राघोपुर जहाँ से लालू यादव के नवीं पास, अपने बड़े भाई से भी उम्र में एक वर्ष बड़े सुपुत्र, तेजस्वी यादव खड़े हुए थे। यह सीट राजद का गढ़ मानी जाती है। लालू और राबड़ी यहाँ से जीत चुके हैं। तेजस्वी के लिये माँ राबड़ी देवी घर-घर घूम के वोट माँग रही थीं।.....Ranveer Sharma
कल चुनाव के दिन तेजस्वी यादव अपने बाप की गुंडागर्दी की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए पोलिंग बूथ पर पहुँच गये और मतदाताओं को प्रभावित करने की चेष्टा करने लगे। लेकिन बिहारियों ने सौ सोनार की एक लोहार की वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए दिखा दिया कि दशकों का दबा गुस्सा जब एक बार फटता है तो ज्वालामुखी सा विस्फोट करता है। बेचारे तेजस्वी कुत्ते की तरह पिट गये। भले ही अपने बाप की परंपरा आगे बढ़ाई, पर मारपीट तो किसी की बपौती नहीं है न, इस पर तो सबका अधिकार है।॥ जय बिहार ॥


आज जब देशभर में जातिवाद के नाम पर लोगों को बाटने की साजिश हो रही है तब उन्ही के बीच में से एक गरीब पिछड़े परिवार का बेटा प्रधानमंत्री बनकर देश के गरीबों, अति पिछड़ों और वंचितों के विकास के लिए परिश्रम करने में जुटा हुआ है।
तो क्यों न बिहार में भी बनाएं ऐसी ही सरकार हो जो गरीबों और पिछड़ों का विकास का महत्व समझती हो। "आओ बदले सरकार, बदले बिहार" !!