



नितीश कुमारजी पकिस्तानियो के आतंकवादियों ( भटकल) का समर्थन का वादा पाकिस्तान की धरती पर जाकर किया !!
#जंगलराजकीयादें-2 अनुभव ईस्वी सन याद नही ,,लेकिन बात है लालुराज की ही ,,,,,,, लालु जी की बडी बेटी , मीसा भारती की शादी होने वाली थी ,बिहार सरकार का हर मंत्री और संतरी कामकाज छोडकर उस शादी में लगा हुआ था,, एकतरह से पुरे पटना में आपातकाल का माहौल था , अब इतनी बडी शादी में मेहमान भी तो बडी संख्या में आएंगे ,राजद का हर कार्यकर्ता से लेकर मंत्री तक उस शादी में निमंत्रित था जो नही भी निमंत्रित था , जंगलराज के सिपाही की हैसियत से वो भी शादी में आ रहा था , अब इतनी बडी संख्या में उनके आने जाने के लिए वाहन भी तो चाहिए,,शरीफ लोगों ने पहले ही अपनी अपनी गाडियों को जहां जगह मिला वही छुपा के रख दिया था ,,क्योंकि उन्हें पता था कि जिसकी गाडी सडक पर निकली लालु के सरकारी/ अ सरकारी गुंडे उनकी भी गाडी जब्त कर लेंगे ! देहाती बारात तो पैदल घोडागाडी , ट्रेक्टर , बैल गाडी से जैसे तैसे पटना पहुंच चुकी थी ,,,,



शहरी और हाई फाई बारात हवाई जहाज से आ रही थी ,,, पटना एयरपोर्ट पर काफी संख्या में बाराती जमा थे,वहां भी एक लोचा हुआ , किराए पर चलने वाली सभी गाडियां गायब थी ,,,, क्योंकि उन्हें पता था कि जो भी इन बारातियों को लेकर जाएगा ,उनके पैसे तो मिलने से रहे , लालु के गुंडे कहीं कार ही जब्त करके न रख लें ! अब हुआ ये कि बाराती बहुत ज्यादा और उनको लेकर जाने वाली गाडियां कम !!!! उस समय लालु के तीनों साले एकदम ""कोहली "" वाली फोर्म में थे ,,,,,,




बिहार की हर छोटी से बडी घटना में इन्हीं का हाथ होता था , किसको उठाना(अपहरण) है , कितना पैसा लेकर छोडना है , किस मंत्री के बंगले में उठाए हुए को छिपाना है ,,,, मने कि अपहरण का सारा उधोग इन्हीं तीन भाईयों ने संभाल रखा था !!!!!!!!!!!! हवाई अड्डे पर अपने जीजा की बेईज्जती होता देख इनमें से एक साला ""कोहली ""वाली फोर्म से भी आगे जाकर """ब्रेडमेन"" वाली फोर्म में आ गया ,,,,, खुली जीप में सवार होकर सीधा बोरिंग रोड ,,,, टाटा गाडी के शोरुम पर ,,,,, वहां जितनी गाडियां खडी थी सब के सब जबरदस्ती हवाई अड्डे भेज दी गई , वहां से महिन्द्रा , मारुति ,,,,,,,,,,,,,,,,,
यानि कि हर बोल पे छक्का लगाते हुए ,, पुरे पटना में जितने भी शोरुम थे सब की नई गाडियां हवाई अड्डे की बाऊंड्री से बाहर ! फिर शो रुम वाले गाडियो को वापस ला कर किसी तरह से धोया पान गुटखे से लाल हो गयी थी सारी की सारी गाडिंया! और सारे शहर के फर्नीचर दुकान से फर्नीचर उठाया ! आभुषण दुकान से गहने के, मिष्ठान दुकान के मिष्ठान के तो अभी तक पैसे नहीं चुकाये गये! तो भाईयों,,, ये था जंगलराज के बारात की एक याद ! फिर से वोट मांग रहे हैं लालु जी और नितिश बाबु ,,, केजरीवाल के साथ !

पाकिस्तानी आतंकी कासिम को मारकर शहीद हुआ 'यूपी का शेर' जब तक सूरज चांद रहेगा, समोद चौधरी तेरा नाम रहेगा...। यूपी के ब्रज में भवनपुरा !