बीजेपी को आत्मविश्लेषण की जरुरत है और मोदी जी आपको पुनर्समीक्षा की.. वर्ना उत्तर प्रदेश में हिन्दू ही आपको वोट नहीं देगा !

मोदी विरोधियो एक बात कान खोल के सुन लो बिहार की हार से मोदी जी कमजोर नहीं और मजबूत हो गयें है क्युकी तुम्हारी जीत से ज्यादा इनकी हार के चर्चे है देश में , इस हार ने मोदी समर्थको को और उग्र आक्रामक बना दिया है , बिहार की जीत पे जश्न मनाने वालों हर राज्य बिहार नहीं है जहाँ जातिवाद का नंगा नाच होता है , बिहार के बाहर तुम्हारी वही हैसित है जैसे शहर में घुस आये भेड़िये की होती है l...................Naresh Jha

सच को सच कह देने वाला जुमलेबाज नजर आया और टोपी पहनाने वाला तीरंदाज नजर आया l
गौ माँस का छप्पन भोग लगाने वाला पार गया, गौ माता को मत काटो ये कहने वाला हार गया l
जंगलराज के सारे राजाओं का मंगलगान है ये और विकास की बातें करने वालों का अपमान है ये l
हार जीत की बात अलग है कैसी धारा मोड़ी है , जातिवाद ने राष्ट्रवाद की रीढ़ की हड्डी तोड़ी है l...Rajesh Bhanushali

बिहार चुनाव में बी जे पी की हार का कारण। कई समीक्षक कहते है कि जनता ने हिन्दुत्व को नकारा। मेरी राय इसके विपरीत है। बिहार में बी जे पी इसलिए पराजित हुईं कि बी जे पी ने हिन्दुत्व को नकार कर सेक्युलर बनने की कोशिश की। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी जी व उनकी केबिनेट के छद्म धर्मनिरपेक्ष बयानों को ध्यान से देखें।.................Krishna Kant Khaishagi

नमो सर  ! आज बिहार के लोगो को सोसल मिडिया पर जमकर गालिया दी जा रही है l हा भाइयो जमकर गालिया दीजिए पर गाली देने से पहले जरा इन बातो पर नजर कीजिए मोदी जी के लिए ३२ सांसद इस बिहार ने दिया लोकसभा चुनाव में कई लोग एसे सांसद जीत गए जिनका कोई नाम तक नहीं जानता सिर्फ और सिर्फ नमो के नाम पर पर उनके सांसद जीत जाने के बाद बिहार में कदम नहीं रखा लगभग ढेड साल हो गए आप बताओ की नमो के नाम पर जीतने बाले एसा क्यों किया मोदी जी कहते है सबका साथ सबका विकास भाई जी पर ३२ सांसद ३२ मिनट के लिए भी अपने इलाके में नहीं आए विकास का को काम नहीं किए गालिया दो मगर ये जनता है जो सब जानती है l मै भी बिहार से हु अपने छेत्र में बीजेपी को जिताया पर लोग इनबॉक्स में गालिया भेज रहे है भेजो जितनी गालिया भेजनी हो पर कल भी नमो के साथ था आज भी हु l 

जय श्री राम...............भोला प्रसाद सिंह


  


आदरणीय मोदी जी 2014 में जो हुआ वह कोई जादू नहीं था, वह एकता का परिणाम था उस हिन्दू समाज की जिसने कांग्रेस राज में अमर जवान ज्योति को लात लगते देखी..हिन्दू आक्रोशित था क्योंकि वह अमरनाथ के लंगर में पेशाब होता और आगजनी होती देख रहा था.. हिन्दू एकजुट था क्योंकि उसको अकबरुद्दीन औवेशी के भाषणों ने जागने और एकजुट होने के लिए मजबूर किया था...आपकी सरकार किसी बीजेपी नेता ने नहीं बनवाई...2 - 2 कौड़ी के चोर भी बीजेपी का सिम्बल पा कर सदन में पहुँच गए जानते हो क्यों..? क्योंकि लोग चाहते थे कि आप पीएम बने!

अफ़सोस आपने भारत की जनता को मुर्ख समझ लिया...दिल्ली और बिहार में जो हुआ उसके लिए कौन जिम्मेदार है? कोई नहीं सिर्फ आप और सिर्फ आप? आप देश के लोगो को भक्त समझने लगे अपना...लोगो ने एक सरदार पटेल की चाहत की और आप निरे नेहरू निकले! मुजफ्फरनगर में आज तक आप नहीं आये...उस मुजफ्फरनगर में जहाँ लाखो हिन्दुओ के आतर्नाद ने देश में करोडो हिन्दुओ को एकजुट किया उसमे 1.5 साल में कदम रखने की जहमत आपने नहीं उठाई!

अख़लाक़ की मौत पे औवेशी दादरी गए लेकिन गौरव और सचिन के परिजनों को आपने आजतक पीएमओ नहीं बुलवाया! इस देश में 2 विचार है..एक सेक्युलर विचार और एक धार्मिक विचार...दोनों की अपनी अपनी प्रांसगिकता है! लोगो ने 50 साल सेक्युलर विचार का साथ दिया! जानते हो क्यों? क्योंकि उनको लगता था कि बीजेपी का धार्मिक चेहरा, हिंदुत्व का नारा फ़र्ज़ी है..एक बार बीजेपी की सरकार बनवाई भी हिन्दुओ ने..लेकिन परिणाम क्या हुआ? कारगिल युद्ध..पकिस्तान से नूरा कुश्ती..संसद हमला.. कालूचक हमला..रघुनाथ मंदिर पे हमला, लालकिले पे हमला...

हिन्दू की भावना की ऐसी तैसी करते हुए अटल जी ने आगरा में शिखर वार्ता की और मुशर्रफ का जमाई जैसा अभिनन्दन किया! पाकिस्तान ने जाली नॉट छाप रखे थे उनको भारत में लाने की समस्या थी तो अटल जी ने बस चलवाई! ट्रेन चलवाई...सारा हिन्दुवाद मुस्लिम तुस्टिकरण और नोबेल की चाह में भूल गए और हिन्दुओ से किये गए वादे लफ्फाजी बनकर रह गए...

हिन्दुओ का यकीन टूटा और बीजेपी फिर साफ़ हो गयी आप आये तो लोगो को लगा कि ये अटल नहीं है..ये जिन्नाह की मजार पे रोने वाले आडवाणी की तरह नहीं है..ये राष्ट्र बचा लेगा...लेकिन आपने भी अटल बन्ने की राह पकड़ ली! सेक्युलर होना बुरी बात नहीं है लेकिन हिंदुत्व के बाद सेक्युलर होना असहनीय है...

मैं तो राष्ट्र का एक छोटा आदमी हूँ लेकिन ये कहना चाहता हूँ कि भारत में कुछ भी "सो कॉल्ड " नहीं चलेगा! जब जनता अखिलेश के कथित समाजवाद के खिलाफ है, दलित मायावती के कथित दलित वाद के खिलाफ है, सेक्युलर कोंग्रेस के कथित सेक्युकरिज्म के खिलाफ है तो आपने कैसे सोच लिया कि आपका कथित राष्ट्रवाद और कथित हिन्दुवाद दीर्घकालीन स्वीकार्यता पा लेगा! 

आपके डीएनए में हिंदुत्व है लेकिन नीति में नहीं है! मुलायम सिंह के डीएनए में सेकुलरिज्म है लेकिन नीति में मुस्लिम तुस्टिकरण है सिर्फ! बीजेपी को आत्मविश्लेषण की जरुरत है और मोदी जी आपको पुनर्समीक्षा की.. वर्ना उत्तर प्रदेश में हिन्दू ही आपको वोट नहीं देगा! जय श्री राम।.........................Sharad Chandra