Kailash Satyarthi won the Nobel Peace Prize 2014, for working towards freeing children from being employed in labour work through his ‘Bachpan Bachao Aandolan’. He had shared the award with Pakistan’s Malala Yousafzai.
“When people started getting foreign donations and government funding, then people set up such organisations to gain. Now even ‘socialites’ and ‘fashionable civil society’ have come up. I have seen such people who have made a business out of social reform and social welfare.
“In the last two decades, a section of NGOs have found a way to make a career for themselves instead of initiating social reform. People think NGOs are a means to make money and make their careers. I have seen those donating to such NGOs also have their own agenda,” he told the publication. This reference fits to Ford NGO , with which Arvind Kejariwal and Manish Sisodia were allegedly associated for a long time.
Satyarthi said many social organisations have raised issues and there is no harm in doing so, but when foreign agencies funding such NGOs dictate terms to raised such issues it is not good and wondered how the change will come.
He said he only came to know of such instances after they raised the issues and later found that they were funded by such agencies which had vested interests.


क्या ठाट हैं आम आदमी पार्टी के ! जिन कर्मठ कार्येकर्ताओं ने तन मन धन लगा, पार्टी के लिए काम किया, उन्ही लोगों के दिवाली मिलन समारोह में विधायक के साथ शरीक होने के लिए केजरीवाल अपने विधायक के मार्फ़त 5 लाख रूपये मांग रहा है ! आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक एसके बग्गा पर पार्टी के ही एक कार्यकर्ता ने गंभीर आरोप लगाया है। पार्टी कार्यकर्ता राजू सचदेवा का कहना है कि वह 2014 में पार्टी से जुड़े थे। इसके बाद से ही विधायक उनसे नगर निगम के चुनाव में टिकट दिलाने के नाम पर समय-समय पर पैसे लेते रहे हैं। धीरे-धीरे उनकी मांग बड़ी होती गई, जिसे वह पूरा नही कर पाए। इस वजह से विधायक नाराज हो गए। कार्यकर्ता राजू ने बताया कि अब उन्हें विधायक बग्गा से जान का खतरा है।न्यू गोविंदपुरी निवासी राजू सचदेवा का कहना है कि अरविंद केजरीवाल के कहने पर विधानसभा चुनाव में उन्होंने हर तरह से बग्गा की मदद की। इस वजह से वह चुनाव जीत भी गए। निगम चुनाव में टिकट दिलाने के नाम पर उन्होंने कई बार 11 हजार, 21 हजार और 25 हजार रुपये लिए, लेकिन उनकी मांग बढ़ गई। एक बार उन्होंने दो लाख रुपये की मांग कर दी, जिसे देने में मैं असमर्थ था। इससे बग्गा नाराज हो गए।राजू सचदेवा के मुताबिक, बग्गा के कहने पर उन्होंने सात नवंबर को गोविंदपुरी में साईं भक्त सभा और आरडब्लूए के सहयोग से दिवाली मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें एसके बग्गा ने केजरीवाल के साथ आने की बात कही थी, लेकिन छह नवंबर को उन्होंने अपने घर बुलाकर कहा कि अब पांच लाख रुपये दो तभी केजरीवाल के साथ मैं वहां आऊंगा। यह रकम न देने पर दोनों कार्यक्रम में नहीं आए।राजू सचदेवा ने कहा कि मैंने इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से भी की, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर उन्होंने दिल्ली पुलिस आयुक्त से शिकायत की। राजू का कहना है कि उनके पास बग्गा के साथ बातचीत की रिकॉर्डिंग भी मौजूद है।
Satyarthi also accused such organisations of dividing the NGO community and creating a rift between them in the country by luring some with donations and foreign travels and said, “There are some organisations which somehow promote Naxalism. It is not good for the country’s internal security."


आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक एसके बग्गा पर पार्टी के ही एक कार्यकर्ता ने गंभीर आरोप लगाया है। पार्टी कार्यकर्ता राजू सचदेवा का कहना है कि वह 2014 में पार्टी से जुड़े थे। इसके बाद से ही विधायक उनसे नगर निगम के चुनाव में टिकट दिलाने के नाम पर समय-समय पर पैसे लेते रहे हैं। धीरे-धीरे उनकी मांग बड़ी होती गई, जिसे वह पूरा नही कर पाए। इस वजह से विधायक नाराज हो गए। कार्यकर्ता राजू ने बताया कि अब उन्हें विधायक बग्गा से जान का खतरा है। हालांकि, एसके बग्गा ने इसे मन गढ़ंत आरोप करार दिया। उन्होंने कहा कि वह राजू सचदेवा के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करेंगे।
न्यू गोविंदपुरी निवासी राजू सचदेवा का कहना है कि अरविंद केजरीवाल के कहने पर विधानसभा चुनाव में उन्होंने हर तरह से बग्गा की मदद की। इस वजह से वह चुनाव जीत भी गए। निगम चुनाव में टिकट दिलाने के नाम पर उन्होंने कई बार 11 हजार, 21 हजार और 25 हजार रुपये लिए, लेकिन उनकी मांग बढ़ गई। एक बार उन्होंने दो लाख रुपये की मांग कर दी, जिसे देने में मैं असमर्थ था। इससे बग्गा नाराज हो गए।
राजू सचदेवा के मुताबिक, बग्गा के कहने पर उन्होंने सात नवंबर को गोविंदपुरी में साईं भक्त सभा और आरडब्लूए के सहयोग से दिवाली मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें एसके बग्गा ने केजरीवाल के साथ आने की बात कही थी, लेकिन छह नवंबर को उन्होंने अपने घर बुलाकर कहा कि अब पांच लाख रुपये दो तभी केजरीवाल के साथ मैं वहां आऊंगा। यह रकम न देने पर दोनों कार्यक्रम में नहीं आए।
राजू सचदेवा ने कहा कि मैंने इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से भी की, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर उन्होंने दिल्ली पुलिस आयुक्त से शिकायत की। राजू का कहना है कि उनके पास बग्गा के साथ बातचीत की रिकॉर्डिंग भी मौजूद है। वहीं, बग्गा का कहना है कि बातचीत की रिकॉर्डिग उनके पास भी है, जिसमें एक मृतक के परिवार को पैसे देने की बात हो रही थी।