वामपंथी क्या जाने ''राष्ट्रवाद'' क्या होता है ! JNU का वामपंथी संस्कार भारतीय नहीं हो सकता !!

    
        
Rahul Gandhi, nation is ashamed of your acts to support the ideology of a traitor Kanahaya Kumar.You have joined Maoist ideology like your partners, the Left. 

कोलकाता में अभी हुए टेलीग्राफ के सेमिनार में अनुपम खेर के बोलने के बाद आखिर में जब वामपंथी पत्रकार बरखा दत्त ने अपना स्पीच दिया तो उसमें क्या कहा था, याद है? उसने अभिव्यक्ति की आजादी में 'किसी के भी साथ सोने की स्वतंत्रता' की भी वकालत की थी! आप वह वीडियो यू टयूब पर देख व सुन लीजिए! वामपंथियों के लिए यही है असली आजादी, जो वास्तव में उन्मुक्त व उच्छृंखल यौन व्यभिचार के अलावा और कुछ नहीं है! http://www.indiaspeaksdaily.com/former-naxal-commander-who…/              .........................Sandeep Deo


            



कन्हैया कुमार (‪#‎JNU‬) के साथ ये है JNU की एम फिल स्कॉलर ''सौम्या मणि त्रिपाठी'' हैं इन्होंहे उक्त फोटो के संबध में अपने फेस्बीक वाल पर सफाई दिया है ! ''कुछ बातें साफ कर दूं, क्योंकि जरूरी है, मेरे एक फोटो को इस्तेमाल करके मुझे और मेरे दोस्त को बदनाम करने की कोशिश चली है। सबसे पहले तो ये कि मैं कोई प्रोफेसर नहीं हूं। मैं एक रिसर्च स्कॉलर हूं और अपने दोस्त के साथ बैठ के फोटो खिंचवाने में मुझे कुछ गलत नहीं लगता, जो भी लोग इस गंदी भद्दी साजिश का हिस्सा हैं उनकी मानसिकता पर सिर्फ तरस आता है। ये उसी सोच का हिस्सा है जहां लोग कैंपस में 3 हजार कंडोम गिनकर हमारे चरित्र हनन करते हैं, इस घटिया मनुवादी मानसिकता को बर्बाद करने की लड़ाई और तेज ही होगी रुकेगी नहीं। इस देश में जहां औरत को रोज की लड़ाई करनी पड़ती है, जीने के लिए पढ़ने के लिए। उस देश में जब आप एक ऐसे शर्मनाक हरकत के बाद मेरे मां-बाप को गालियां भेज के परेशान करते हैं, तो फिर आप हमारे साथ की कई लड़कियों के भविष्य को अंधेरे में झोंक रहे हैं। आप इन हरकतों से सिर्फ अपनी निम्न चरित्र का परिचय दे रहे हैं।''

    




Nageshwar Singh Baghel :   सौम्या मणि त्रिपाठी' ये वही कन्हैया कुमार है जो JNU केम्पस में कहीं भी खुलेआम ''मूतने'' को अपना ''मौलिक अधिकार'' मानता है और इस मौलिक अधिकार का उपयोग अपनी बहन जैसी लड़कियों के सामने भी करता है और आपमें इस कानियाँ कुमार में उच्च चरित्र नजर आता है तो ये आपकी नजरों का धोखा और JNU का वामपंथी संस्कार है !

                                         

आप क्या जाने ''राष्ट्रवाद'' क्या होता है ! आपको राष्ट्रवाद ही जानना है तो आरएसएस के सेवको से सीखिये ! खैर 'सौम्या मणि त्रिपाठी'' आपने अपने परिवार को सर्मसार कर दिया. जिसे आपकी कई पीढ़ी को झेलना होगा .आपकी करनी का फल कल जब आपके सामने आएगा तो रोहित वेमुल्ला बनने (आत्महत्या करने) के शिवा दूसरा कोई चारा नहीं बचेगा !
क्यों की ये (JNU) इंडिया है. भारत नहीं !