

भाजपा का उपकार भूली मायावती..?? ये भगवा आतंकवादी क्या क्या करते है ध्यान से पढना चाहिए। खासतौर पर दलित भाइयो को। 1995 की बात है लखनऊ का गेस्ट हाउस काण्ड... जब समाजवादी पार्टी के गुंडो ने दलित महिला मायावती को कमरे मे बंद करके मारा था और उनके कपडे फाड दिए थे... रेप होने ही वाला था। तब मायावती को अपनी जान पर खेलकर सपाई गुंडो से अकेले भिडने वाले बीजेपी विधायक ब्रम्हदत्त द्विवेदी ही थे, उनके उपर जानलेवा हमला हुआ फिर भी वो गेस्ट हाउस का दरवाजा तोडकर मायावती जी को सकुशल बचा कर बाहर निकाले थे.. यूपी की राजनीती मे इस काण्ड को गेस्टहाउस काण्ड कहा जाता है और ये भारत के राजनीती पर कलंक है.. खुद मायावती ने कई बार कहा है की जब मे मुसीबत मे थी तब मेरी ही पार्टी के लोग गुंडो से डरकर भाग गये थे लेकिन ब्रम्हदत्त द्विवेदी भाई ने ही अपनी जान की परवाह किये बिना मेरी जान बचाई थी।
दलित मित्रो को याद दिलाने के लिए लिख रहा हूँ जो कुछ मुस्लिम लोगो के बहकावे मे आकर संघ और बीजेपी और हिन्दुत्व के बारे मे बहुत खराब लिख रहे है.. ब्रम्हदत्त द्विवेदी संघ के संघ सेवक थे और उन्हे लाठीबाजी आती थी इसलिए वो एक लाठी लेकर कट्टा राइफल लिए हुए सपाई गुंडो से भीड गये थे। मायावती ने भी उन्हे हमेशा अपना बडा भाई माना और कभी उनके खिलाफ अपना उम्मीदवार खडा नही किया.. मजे की बात ये की पुरे यूपी मे मायावती बीजेपी का विरोध करती थी लेकिन फर्रुखाबाद मे ब्रम्हदत्त जी के लिए प्रचार करती थी...
और जब सपाई गुंडो ने बाद मे उनकी गोली मारकर हत्या करदी थी तब मायावती उनके घर गयी थी और खूब फुट फुटकर रोई थी और उनकी विधवा जब चुनाव मे खडी हुई थी तब मायावती ने उनके खिलाफ कोई उम्मीदवार नही उतारा था और लोगो से अपील की थी की मेरी जान बचाने के लिए दुश्मनी मोल लेकर शहीद होने वाले मेरे भाई की विधवा को वोट दे l
बीजेपी और आरएसएस से जुडे जो भी होते है वो अपनी जान की परवाह नही करते हुए अबला कमजोर की मदद करते है और देश कल्याण का ही काम करते है। आरएसएस को बदनाम करनेवालो दोगलो आरएसएस क्या है पहले आरएसएसकी शाखा मे जाकर कुछ वक्त दो सिर्फ धन दोलत को ही अपना सब कुछ समझने वाले आरएसएस को कभी जान न पाओगे l
और जब सपाई गुंडो ने बाद मे उनकी गोली मारकर हत्या करदी थी तब मायावती उनके घर गयी थी और खूब फुट फुटकर रोई थी और उनकी विधवा जब चुनाव मे खडी हुई थी तब मायावती ने उनके खिलाफ कोई उम्मीदवार नही उतारा था और लोगो से अपील की थी की मेरी जान बचाने के लिए दुश्मनी मोल लेकर शहीद होने वाले मेरे भाई की विधवा को वोट दे l
बीजेपी और आरएसएस से जुडे जो भी होते है वो अपनी जान की परवाह नही करते हुए अबला कमजोर की मदद करते है और देश कल्याण का ही काम करते है। आरएसएस को बदनाम करनेवालो दोगलो आरएसएस क्या है पहले आरएसएसकी शाखा मे जाकर कुछ वक्त दो सिर्फ धन दोलत को ही अपना सब कुछ समझने वाले आरएसएस को कभी जान न पाओगे l


