NSG मे भारत को सदस्यता मिले ना मिले,लेकिन देश के गद्दारों की लिस्ट सामने आ गई !!

‪#‎Beinghindu‬ NSG मे भारत को सदस्यता मिले ना मिले। लेकिन देश के गद्दारों की लिस्ट सामने आ रही है !

                         
                        

‪#‎NSG‬ मे भारत की सदस्यता अभी भविष्य की गर्त मे है लेकिन 48 मे से 47 देश भारत के समर्थन मे होना यह साबित करता है कि पूरा विश्व Narendra Modi जी की नेतृत्व क्षमता की धमक देख रहा है।इसके विपरीत दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal उपमुख्यमंत्री Manish Sisodia और उनकी Aam Aadmi Party जिस तरह से #NSG मे भारत को सदस्यता नहीं मिलने से जिस तरह से जश्न माना रहे हैं उससे यह भी साबित हो रहा है कि ये लोग सिर्फ असंवैधानिक ही नहीं बल्कि देशद्रोही भी हैं।

Kaushal Mishra
      


Anil Kumar Goyal   यह वही चीन है जिसके भारत पर हमले के वक्त बल्लियों उछलते लाल लंगूर सशस्त्र क्रांति के सपने सजाते उनके स्वागत में रेड कारपेट बिछा रहे थे ! बिलकुल वही है जिसने 54 साल पहले, आपको लातों लात मार कर आपसे 37,244 किमी की जमीन छीन ली थी !यह वही चीन है जिसके अरुणाचल पर दावे के डर से, पूरे उत्तरपूर्वी हिस्से के हमारे साथियों को ओलंपिक में भेजने तक की हिम्मत, सरकारों की भी नहीं होती थी.!

आज का दिन है कि वही चीन, भारत विरोध के नाम पर, पूरी दुनिया में अलग थलग पड़ गया है !आज भारत का N.S.G. की सदस्यता का दावा बिलकुल वैसा है जैसे महाराणा प्रताप का पांच हजारी मनसबदार की कुर्सी पर लात मारकर, अकबर की बराबरी का दावा !इस हौसले के लिए हमें घास की रोटी भी मंजूर है. हथियारों की खनक मैदान में सुनने से पहले, वैज्ञानिक क्षमता और विश्व बाजार में हमारी धमक जरूरी है !

बाकी आप तो घरों में ही बैठो मियां! टमाटर वाली दाल फ्राई के लिए रोने वाली कौमें जंग नहीं लड़ा करतीं !हमें संघ के कार्यक्रम में बताया जाता है कि ईमानदार कोशिश करने वाला देशभक्त या तो जीतता है या तो सीखता है !आज चीन का असली रूप सभी ने देखा है भारत विरोधी उसके रवैये के बाबजूद भी भारतीय चीन के बने सामान धरकले से खरीदते है। यदि हर भारतीय 6 महीने चीन के सामान का वहिष्कार करें और मजबूत भारतीय सामान ख़रीदे तो चीन की अकड़ जमीन पर आ जायेगी या चीन का दिवालापन निकल जायेगा।सच्चे देश प्रेमी बनिये देश के दोस्त और दुश्मन को पहचानिये। चीन और चीन के बने सामान का बहिस्कार कीजिये ! भारत माता की जय !!

Pabitra Dey It would have been great to romp home in NSG but that did not happen. It may happen sometime soon by next year BUT what is most commendable is the approach this current govt has taken in terms of engaging with the world community and registering our claim for rightful position in the world affairs.
Diplomacy is no 2 mins noodles or a quickie thst result will be instant, nevertheless the efforts in the right direction will bear fruit when the time is ripe,that's my belief same as another 1 Billion plus Indians..








Except China, all other 47 nations support India's bid for NSG membership at Seoul. Appeal to all patriotic Indians to boycott Chinese products & services. #boycott_chinese_product  #INDIA_first —feeling angry.


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क्या NSG पर देश की हार के लिए, राज्यों को कमज़ोर करने में व्यस्त PMO से सवाल नहीं पूछा जाना चाहिए?है कोई या सवाल पूछने वाले भी सब व्यस्त है?

झूला झुलाने, बिरयानी खिलाने और 10-10 लाख के सूट पहनकर दिखाने से दुनिया में कूटनीति नहीं चलती।

हारे तो चीन की चालाकी, और अगर जीते होते तो? मोदी मोदी जप रहे होते। तमाशे की कूटनीति को तमाचा लगा है। कुछ तो शर्म करो

Minhaz Merchant Instead of condemning China-Pak bloody-mindedness over India's ‪#‎NSG‬bid, opposition & MSM will gloat over Modi's "failure" to pin down Xi