Kumar Gyanendra : ए यौ मैथिल,कि अहाँ सब ई बिसरी गेलहू केना क हमरा अहाँ के गरियेने रहै ओ लालू ??कि हम अहाँ ऐतेक नीचा खयिस परलहू जे आब लालू के चरणवंदना करब ?
मिथिला आ मैथिली के सम्मानक संग लालू के दुर्व्यवहार केलक,कि अहाँ माफ कय देबैई ?
पूछू कनेक बाहर कमायैत अप्पन पुत्र स कोन धरानी ओ अहाँ सब स दूर विवश छैथ,जकर मुख्य कुकर्मी लालू अछी.यौ ककरा नीक लगैत छै,जे अप्पन ननकीरबा घर स बाहर रहै मे बाप स दूर. लालू,मैथिल आ मैथिलिक सब स पैघ दुश्मन अछी. l
जे लालू बजल (भूरा बाल साफ करो);जे लालू बीपीएस्सी आ मैट्रिक स मैथिली के फेंक देलकै,ओकरा माफी,कदापि नइ.जूता मारू ऐहेन गेहूमन साँप के !
लालू ऐहेन लोग कहिंयो अप्पन बापो के नइ हेत,हम अहाँ त मैथिल छी.एकरा संग दई वाला सबके जुतीयौव.उठू,जागू,आवू आगा आ डाँर तोडु लालू के l
मैथिल पुत्र हेब त मिथिलाक सम्मानक वास्ते लालटेन ज़रूर फोडब,भले एही मे कतौ कॉंग्रेस एहेन दलाल के कीयैक ने भगाब पड़ै.सोची समझी क मिथिला के विकास क लेल लालू के भगावु, ......ज्ञानेंद्र
Jai Bihar Jai Bharat : बिहार में आम लोगों के बीच जोरदार चर्चा है कि लालू-नीतीश-सोनिया दलित-महादलित,अनुसूचित जाति, OBC, EBC के आरक्षण में से 5% , 5% आरक्षण काटकर मुसलमानों को आरक्षण देना चाहते हैं.lमहागठबंधन दलित-महादलित और अल्पसंख्यक विरोधी है.इसके झांसे में मत आना.लालू यादव को हमलोग नस-नस पहचानते हैं.यह कहना है Ram Vilas Paswan का l
राजद को ज्यादा सीटें आने पर मीसा बन सकती हैं सीएम!
राजद प्रमुख लालू यादव पर जमकर परिवारवाद की राजनीति का आरोप लगाया है. हालांकि लालू की चुनावी रणनीति को लेकर कुछ हद तक इसे सही भी माना जा सकता है. अपने दोनों बेटों को उम्मीदवार बनाने के बाद अब उनकी बेटी मीसा भारती भी खुलकर अपनी पार्टी के लिए आगे आई हैं l
अब राजनीतिक हलकों के साथ ही मीडिया में ये भी कयास लगाया जाने लगा है कि क्या चुनाव के रिजल्ट के बाद नीतीश ही सीएम बनेंगे? ऐसा इसलिए कि अगर लालू को नीतीश से ज्यादा सीटें आ गयी तो क्या ?
Gajendra Pandey कांग्रेस जब -जब सत्ता से बहार हुई है तब- तब देश में अस्थिरता फ़ैलाने का काम किया है , जैसे सन १९७७ में जय प्रकाश जी ने कांग्रेस मुक्त भारत के आंदोलन के द्वारा पुरे उत्तर भारत में कांग्रेस का सफाया करवा दिया तब जनता पार्टी के मोरार जी देसाई प्रधान मंत्री बनाये गए ,
Gajendra Pandey कांग्रेस जब -जब सत्ता से बहार हुई है तब- तब देश में अस्थिरता फ़ैलाने का काम किया है , जैसे सन १९७७ में जय प्रकाश जी ने कांग्रेस मुक्त भारत के आंदोलन के द्वारा पुरे उत्तर भारत में कांग्रेस का सफाया करवा दिया तब जनता पार्टी के मोरार जी देसाई प्रधान मंत्री बनाये गए ,