देश में ISIS ने दस्तक नहीं दी है बल्कि हर जगह अनजाने में ही सही कम उम्र के आतंकी फिदायीन पाले जा रहे हैं !!

हिन्दुओ के लिए देश की राजधानी भी सुरक्षित नहीं रही । 

LOOK FRIENDS TOUR STATUS IN YOUR OWN NATION...........................BUTCHERING A MAN #JusticeForDrNarang   BY HITTING WITH RODS , BRICKS IN HIS HOUSE IS ROAD RAGE AND TALKING OF THAT IS COMMUNAL...................Ashok Jain


देश में ISIS ने दस्तक नहीं दी है बल्कि हर घर में छोटे- छोटे कम उम्र के आतंकी फिदायीन पल रहे हैं.. आपके पड़ोस में भी, सतर्क और चौकन्ना रहने का समय चला गया अब आत्मरक्षा ही आखिरी विकल्प बचा है ...

पता नहीं अपने पिताजी के साथ क्रिकेट खेल रहे उस 8 साल के बच्चे को ये मीडिया, ये नेता न्याय दिला पाएंगे या नहीं, लेकिन आप और हम तो आवाज उठा ही सकते हैं ... Nageshwar Singh Baghel


एक कसाई था,पिंजरेनुमा जाली मे कई मुर्गो को भरकर रखता ओर जैसे जैसे कोई‪#‎ग्राहक‬ आता एक एक मुर्गा निकालकर हलाल करता जाता......!!! मजे की बात देखियें की जब भी वो मुर्गा हलाल करने के लिये पींजरे मे हाथ डालता तो केवल वही मुर्गा चिल्लाता था जिसे कसाई ने पकडा था,और बाकि के मुर्गे आराम से दाना चुगने मे व्यस्त रहतें । शाम तक पूरा पिंजरा खाली हो चुका था frown emoticon खैर मै समझा किसे रहा हू ? सो जाओ....! गुड नाइट...............Ritesh Madhav


दिल्ली के विकासपुरी का है । जहाँ डॉक्टर पंकज अपने बेटे के साथ बांग्लादेश पर भारत की जीत की ख़ुशी में क्रिकेट खेल रहे थे, तभी वहां से नासिर नाम के जिहादी की स्कूटी गुजरी जिसपर रबर की गेंद लग गयी, जिसके बाद जिहादी नासिर और डॉ पंकज के बीच कहासुनी हुई ।

डॉ पंकज ने जिहादी नासिर से माफ़ी भी मांगी, इस घटना के कुछ देर बाद नासिर अपने 15-20 साथियों के साथ आया और डॉ पंकज को तबतक मारते रहे जबतक उनकी मौत ना हो गयी ।जिहादियों ने घर में घुसकर डॉ पंकज को लाठी, डाँडो, रोड से मारा, तथा गालियां देते रहे, सर में जोर जोर से चोट लगने के कारण डॉ पंकज की मौत हो गयी ।

पुलिस ने अबतक 9 जिहादियों को पकड़ा है तथा नासिर की माँ को भी गिरफ्तार किया है ,देश की राजधानी में बांग्लादेश की हार से दुखी जिहादियों ने एक हस्ते खेलते परिवार को मार डाला, एक और शर्मनाक बात ये रही की, सेक्युलर मीडिया ये तो बता रही है की डॉ की हत्या हुई दिल्ली में पर ये नहीं बता रही की जिहादियों ने हत्या की डॉक्टर की।............Anil Thakur Vidrohi

‪#‎beinghindu‬...ध्यान से देखिएगा तो दिखेगा, डॉ नारंग की हत्या में थोड़े से आप और हम भी मरे हैं। चुप्पी तोडिये नही तो धीरे धीरे सब मरेंगे। थोडा थोडा करके पूरी तरह मर जायेंगे। चिल्ला सकते हैं तो चिल्लाइये, गरज सकते हैं तो गरजिये, बरस सकते हैं तो बरसीए, और यदि कुछ नही कर सकते तो रोइये,पर चुप्पी तोडिये। तभी जी पाएंगे। वरना....
अगर डॉ. पंकज की जगह परवेज़ को मारा होता तो देश मे हाहाकार मच गया होता,मीडिया दलाल,नेता सबके आँसू नही थमते,,,,,,,,,,,,केजरीवाल तुरंत पहुँच कर एक करोड़ का चेक और एक सदस्य को नोकरी देता और मोदी जी को इसका जिम्मेदार बनाता और खूब आंसू बहाता ।.....2 अखिलेश यादव 50 लाख का चेक और एक फ्लेट तुरन्त देता और संघ को इसका जिम्मेदार बताकर जोर जोर से असहिष्णु होने का दावा करता ।.....3 राहुल जी ओर सोनिया जी तो उन्हें अपने घर का सदस्य बता कर तुरंत घड़ियाली आंसू बहाते ।.......Kaushal Mishra


उन्होंने हॉकी से मारा, डंडे से मारा.. जब डा. नारंग जमीन पर गिर गए तब भी रॉड से लगातार मारा जा रहा था। इन सबको अपनी आँखों को देख रही थी एक क्रूर महिला, मैसर ..जो आतंकी नसीर की माँ है.. ये भी उसी भीड़ की हिस्सा थी.. लेकिन इस डायन कुमाता ने एक बार भी अपने आतंकी पिल्लों को रोकने की कोशिश नहीं की ..  Nageshwar Singh Baghel Jitendra Pratap Singh



आपको याद होगा कि पठानकोट हमले के एक आतंकी को उसकी माँ ने कहा था कि 'बेटा! मरने के पहले खाना खा लेना...और यहाँ तो गिरफ्तार हुई आतंकी डायन माता जी स्वयम् आई थी उत्साहवर्धन करने...यही है इन आंतकियों की परवरिश.. चाहे नसीर हो या इसके साथ आये आमिर, मंजर या अमीर... सब की उम्र 20 के नीचे थी, इनकी परवरिश ही ऐसे हुई है.. बचपन से इन्होंने बकरों को हलाल करते देखा है.. खुद भी हलाल किया है.. निर्भया कांड का वो आरोपी अफरोज भी नाबालिग था जिसने यौनांगों में रॉड घुसाई थी...स्वाभाविक है कि नाबालिगों में घर और विद्यालय के शिक्षा का काफी हद तक असर रहता है, लेकिन ये कभी विद्यालय जाते नहीं हैं. जाते हैं तो केवल आतंक के मदरसे, जी हाँ वही मदरसे जहाँ से माल्दा में बम और हथियार बरामद हुए और अभी कुछ दिनों पहले गुजरात में हजारों की मात्रा में रॉड, छुरी और घातक हथियार मिले, भारत की तो छोड़िये आतंकी देश पाकिस्तान ने अभी हाल फिलहाल में आतंक की फैक्टरी चलाने वाले लगभग 200 से ज्यादा मदरसों को बैन कर दिया, l