यह दिन देख रहे है क्योंकि इससे पूर्व हमने तो सिर्फ चीन की लातें या घुड़की ही खायी थी। जो लोग आज भारत को असफल या उसके नेतृत्व पर उलाहना दे रहे है ये वही लोग है चीन पाक के हितों की रक्षा के लिए चीन से सुपारी लिए हुए है और भूल चुके है की ये मोदी विरोध में अंधे होकर देश विरोधी हो चुके है।
आप इत्मीनान रखिये, भारत सही रास्ते पर है उसे बस उसके नागरिको का सहयोग और विश्वास चाहिए भारत 75% NSG मैं एंटर हो चूका है अब अगली मीटिंग इसी साल के अंत में पेरिस में होगी उसमें भारत को सदस्यता मिलेगी जिसका भरोसा कल अमेरिका ने खुले मंच से दिया है यह एक प्रोसेस है जिसमे केवल चीन है जो NPT की बात कर रहा है भारत किसी भी हालत मैं एनपीटी पर साइन नहीं करेगा. क्योंकि चीन भारत की एटॉमिक वेपन्स को कंट्रोल करना चाहता है उससे चीन की पावर भी ज्यादा होगी और चीन फिर भारत को हमेशा दबा कर रखना चाहेगा !
लेकिन चीन भूल गया की भारत MTCR का सदस्य बन गया है और चीन अभी बना नहीं है और चीन 2001 से MTCR का सदस्य बनने की कोशिश कर रहा है जिस तरह चीन ने भारत का विरोध किया उस तरह भारत भी चीन का विरोध करेगा और जिस तरह चीन भारत को मिसाइल टेक्नोलॉजी वियतनाम को देने से मना करता है लेकिन भारत ने MTCR (MISSILE TECHNOLOGY CONTROL REGIM ) का सदस्य बनकर चीन के मना करने के बावजूद विएतनाम को ब्रह्मोस मिसाइल देगा क्योंकि भारत को अधिकार है जिस तरह चीन पाकिस्तान को नुक्लेअर सप्लाई करता है उसी तरह भारत भी विएतनाम को मिसाइल देगा क्योंकि विएतनाम को चीन दबा कर रखता है।...................
Naresh Jha
बाकी सारे दल खड़े रह कर तमाशा देख रहे थे ।
किसी एक ने भी इतना भी नहीं कहा कि दुश्मन देश के मुद्दे पर पूरा संसद एक साथ खड़ा है
बस सबने देश की हार के मज़े लिए ।
गर्व है मोदी तेरी हार पर भी..... तू भले ही चीन से हारा पर
करोड़ों राष्टप्रेमियों का दिल जीत गया ।
सीना ठोंक के बोलो ---मोदी हम तुम्हारे साथ हैं ।
और हाँ , , चीन मुर्दाबाद नहीं बल्कि कांग्रेस , सपा , बसपा मुर्दाबाद ।
