बिहार चुनाव परिणामों को लेकर राजनीतिक विश्लेषक भले माथापच्ची करने में जुटें हों, लेकिन देश का सट्टा बाजार भाजपा नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की जीत को लेकर आश्वस्त है। अभी दो चरणों का चुनाव होना बाकी है, लेकिन जयपुर, कोलकाता, दिल्ली, मुंबई और इंदौर के सट्टेबाज राजग को 128 से लेकर 150 सीटें जीतने का दावा करने लगे हैं।
वहीं उन्हें जदयू-राजद-कांग्रेस के महागठबंधन के सीटों की संख्या तीन अंकों तक भी कठिनाई से पहुंचती दिख रही है। पिछले साल लोकसभा चुनाव में भी सबसे पहले सट्टा बाजार ने ही नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्पष्ट बहुमत मिलने का दावा किया था ।
सबसे आश्वस्त मुंबई के सट्टेबाज : बिहार में राजग की सरकार बनने के प्रति सबसे अधिक आश्वस्त मुंबई के सट्टेबाज हैं। यहां के सट्टेबाजों का मानना है कि अकेले भाजपा बिहार में सरकार बनाने के जादुई आंकड़े को पार कर सकती है। 243 सदस्यों वाली विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 122 सीटों की जरूरत है। मुंबई के सट्टेबाज अकेले भाजपा को 120 से 126 सीटें मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। भाजपा के सहयोगी दलों के साथ राजग की सीटों के आंकड़ा 138 से 150 तक कुछ भी हो सकता है। जबकि लालू यादव-नीतीश कुमार का महागठबंधन 70 से 90 सीटों तक सिमट सकता है।


जयपुर और कोलकाता के सट्टेबाजों का दावा : जयपुर और कोलकाता के सट्टेबाजार में राजग को सबसे कम सीटें मिलने का दाव लगाया जा रहा है, लेकिन ये भी जीत के आंकड़े 122 से छह-सात सीटें ज्यादा ही हैं। यहां भी महागठबंधन को 100 सीटें से अधिक नहीं दी जा रही हैं।
दिल्ली और इंदौर के सट्टेबाजों ने राजग को दिलाई 130-136 सीटें : दिल्ली और इंदौर के सट्टेबाज राजग को 130 से 136 सीटें मिलने का दावा कर रहे हैं, जिनमें अकेले भाजपा की 97 से 103 हो सकती हैं। इनमें दिल्ली के सट्टाबाजार में राजग को 130-132 और महागठबंधन को 99 तक सीटें मिलना तय माना जा रहा है। देश के भीतर सट्टे का रेट तय करने में केंद्रीय भूमिका निभाने वाले इंदौर के सट्टेबाजार में राजग को 134 से 136 मिलने का दावा किया जा रहा है, वहीं महागठबंधन के 100 का आंकड़ा छूने में संदेह जताया जा रहा है।
जागरण ब्यूरो,