“कन्हैया कुमार का यह प्रयास है कि वह देशद्रोही नारे व अफजल मुद्दे से किसी तरह से अपने को हटाकर फोकस वेमुला मुद्दे से जोड़े दे, राहुल गांधी उसे इस मामले में सहयोग कर रहे हैं। राहुल का कन्हैया से मिलना, घंटा भर उससे बात करना, इसी रणनीति का हिस्सा रहा है”


जेएनयू का आरोपी देशद्रोही छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार एक तरफ तो अपने को तीन हजार रुपए प्रतिमाह कमाने वाले परिवार के घर का सदस्य कहकर जेएनयू की स्कॉलरशिप तुरंत बहाल करने की बात कर है। दूसरी तरफ देश में जगह-जगह जाकर राजनीतिक रूप से सभाओं को संबोधित कर रहा है। सवाल उठता है कि कन्हैया के इधऱ-उधऱ जाने और उसके खर्चों के लिए कौन फडिंग कर रहा है? अभी कुछ दिन पहले ही राहुल गांधी ने कन्हैया को बुलाकर घंटे भर उससे बात की। इससे यह यह साफ हो चला गया है कि कन्हैया को पीछे से सभी जरूरी व्यवस्था व आर्थिक सुविधा कांग्रेस उपलब्ध करा रही है। चूंकि, राहुल गांधी वेमुला मामले में खुद सक्रिय हैं। कन्हैया ने भी जमानत पर आकर वेमुला मुद्दे से अपने को जोड़ने का पूरा प्रयास कर रहा है।

